जिसने दिया सब कुछ दुनिया को त्याग की जो है मिसाल ...
जिसके त्याग को भूला चुका देश का हर इंसान...
झाँक के देखना अपने अतीत से क्या थी जिनकी पहचान...
क्या कभी जीवन भर उतार पाएंगे हम उनका अहसान...
क्या तुम्हारे लिये कभी जिसने अपने प्राणों से प्यार किया...
सब कुछ अपना लूटा कर जीवन भी तुम पे वार दिया...
क्या तुम कभी याद करते हो उन वीरों का बलिदान...
जो कभी होते थे इस हिन्द देश की शान....
कुछ चंद लोगो ने जिनको मतलब की खातिर इतिहास से हटा दिया...
खुद को महान बता बता कर देश की शान को मिटा दिया.....
क्या उन्होंने अपने आप को कभी दानी बलिदानी बोला है...
वचन निभाने को खातिर जिसने सासों को लेना छोड़ा है...
क्या तुमने भी कभी देश की खातिर खुद को किया तैयार है...
क्या कभी दुश्मन से लड़ने को तुमने उठाया हथियार है...
क्या कभी उसने घमंड किया की है सिर्फ वही है वीर महान...
याद करो देश का इतिहास करता था बस उनका ही गुणगान...
उनकी त्याग तपस्या से देश का बढाता था अभिमान...
धर्म की रक्षा को लड़ने वाला क्षत्रिय कहलाया हर इंसान...
कल भी थे आज भी है और हमेशा रहेंगे क्षत्रिये हिन्दू धर्म की शान...